2 line hindi shayari..

sajid malik
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Hindi 2 line shayari

वो महोब्बत के सौदे भी अजीब करती है,
बस मुस्कुराती है और दिल चुरा लेती है..


युं तो गलत नही होते अंदाज चहेरों के;
लेकिन लोग... वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते है...!!


महसूस कर रहें हैं तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनों से...
याद रखना अगर हम बदल गये तो,
मनाना तेरे बस की बात ना होगी !!

अब हर कोई हमें आपका आशिक़ कह के बुलाता है
इश्क़ नहीं न सही मुझे मेरा वजूद तो वापिस कीजिए ।

मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी,
जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंग..

किस किस तरह से छुपाऊँ तुम्हें मैं,
मेरी मुस्कान में भी नज़र आने लगे हो तुम..

बंध जाये किसी से रूह का बंधन;
तो इजहार ए मोहब्बत को अल्फ़ाज़ों की जरुरत नहीं होती!

जनाजे लौट के आते, तो उनको सबूत मिल जाते;
जांबाज लौट के आ गये, ये क्या बदकिस्मती हो गयी!

इतना शौंक मत रखो इन इश्क की गलियों में जाने का;
क़सम से रास्ता जाने का है आने का नहीं!

एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना;
बस फिर क्या था तब से मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा!

ऐ मेरा जनाज़ा उठाने वालो, देखना कोई बेवफा पास न हो;
अगर हो तो उस से कहना, आज तो खुशी का मौका है, उदास न हो!

तूने फूँकों से हटाए हैं पहाड़ों के पहाड़;
मेरे तलवे पे लुढ़कता हुआ कंकर है ज़रा उसको हटा दे!

शतरंज खेलते रहे वो हमसे कुछ इस कदर;
कभी उनका इश्क़ मात देता तो कभी उनके लफ्ज़!

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बार;
दर्द हो तो समझ लेना मोहब्बत अभी बाकी है!

कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले;
महफ़िलें खुद की सजाते हैं और चचेॅ हमारे करते हैं!


हम वही हैं,बस ज़रा ठिकाना बदल लिया है
तेरे दिल से निकलकर अब ख़ुद में रहते हैं

" उन्हे छत पे जाने से मना कर दिया हमने.......
शहर मेँ बेवजह, ईद की तारीख बदल जाती....!!"

झुठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं ,,
तरक्की के बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती ।

जिन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेके आती है।
और जिन्दगी की हर शाम कुछ तर्जुबे देके जाती है।

तेरी वफ़ा के खातिर ज़लील किया तेरे शहर के लोगों ने !!
इक तेरी कदर न होती तो तेरा शहर जला देते..


मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी,
बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया.

आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक,
कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक..!!

ख्वाब मत बना मुझे.. सच नहीं होते,
साया बना लो मुझे.. साथ नहीं छोडेंगे..!!

मोहब्बत रोग है दिल का इसे दिल पे ही छोड़ दो,
दिमाग को अगर बचा लो तो भी गनीमत हो..!!

ज़िन्दगी ये चाहती है कि ख़ुदकुशी कर लूँ,
मैं इस इन्तज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाए।

वो कहते हैं हम जी लेंगे खुशी से तुम्हारे बिना,
हमें डर है वो टूटकर बिखर जायेंगे हमारे बिना।

मैंने अपने ख्वाहिशो को दिवार में चुनवा दिया,
खामखाँ जिंदगी में अनारकली बनके नाच रही थी !!

मरहम लगा सको तो गरीब के जख्मो पर लगा देना
हकीम बहुत है बाजार में अमीरो के इलाज खातिर !!

सुनो ये बादल जब भी बरसता है,
मन तुझसे ही मिलने को तरसता है..!!

पहली बारिश का नशा ही कुछ अलग होता हैं,
पलको को छूते ही सीधा दिल पे असर होता हैं।

तुम दूर हो या पास फर्क किसे पड़ता है,
तू जँहा भी रहे तेरा दिल तो यँही रहता है..!!

अजीब खेल है ये मोहब्बत का,
किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला।

उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी,
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी।
तमाम नींदें गिरवी हैं हमारी उसके पास,
जिससे ज़रा सी मुहब्बत की थी हमनें।
कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ,
उसने जब पूछा.. कहो कैसे आना हुआ।
हाथों की लकीरे पढ़ कर रो देता है दिल,
सब कुछ तो है मग़र तेरा नाम क्यूँ नहीं है।
इश्क अभी पेश ही हुआ था इंसाफ के कटघरे में,
सभी बोल उठे यही कातिल है.. यही कातिल है।
ना जाने वो कितनी नाराज़ है मुझसे..
ख्वाब में भी मिलती है तो.. बात नहीं करती।
जी करता है तेरे संग भीगू मोहब्बत की बरसात मे,
और रब करे.. उसके बाद तुझे इश्क़ का बुखार हो जाए।
उनका इल्ज़ाम लगाने का अंदाज ही कुछ गज़ब का था,
हमने खुद अपने ही ख़िलाफ गवाही दे दी।
ज़िंदगी में मोहबत का पौधा लगाने से पहले ज़मीन परख लेना,
हर एक मिटटी की फितरत में वफ़ा नहीं होती दोस्तो।

Baagh main jaane ke adaab hua karte hain,
Kisi titlee ko na phoolon se urraya jaye..






Bandagi ka meri andaz juda hota hai,
Mera kaaba mere sajdon main chupa hota hai..



Apni anaa ki aaj bhi taskeen hum ne ki,
Jee bhar ke us ke husn ki tauheen hum ne ki..





Hum ishq ke maron ka bas itna hi fasana hai,
Rone ko nahin koi, hansne ko zamana hai..






Tum zamaane ke ho hamare sivaa,
Hum kisi ke nahin tumhare sivaa..



Nahin ke tere ishaare nahin samajhta main,
Samajh to leta hoon saare nahin samajhta main.





Sarfaroshi ki tamanna ab hamare dil main hai,
Dekhna hai zor kitna baazu-e-qatil main hai..


Tamanaaon main uljhaaya geya hoon,
Khilone de ke behlaaya geya hoon..




Do


Dono hathon se looTti hai humen,
Kitni zaalim hai teri angrrayi..


Muddaton baad ghar geya tha main,
Jaate hi main wahan se ddar aya..

1. तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तेजार में तब तक,
मैं मांग के आऊं खुदा से तुम को जब तक..

2. नाम तेरा ऐसे लिख चुके है अपने वजूद पर,
कि तेरे नाम का भी कोई मिल जाए तो भी दिल धड़क जाता है..

3. मैंने इज़हार तो किया ही नहीं,
जरूर उसने आँखों को पढ़ लिया होगा।..

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