40 best 2 line hindi urdu shayeri

sajid malik
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  1. दिल तोड़ने की आदतें हो गई हैं हमको, जिसे छू लें, वही हमें रुला देता है।


  2. अदाएँ भी उनकी मशहूर हो गई हैं, इश्क़ के नाम पर वो खुद को बेचते हैं।


  3. रूह की राहत बनकर वो मेरे पास आये, दिल की धड़कन बनकर वो मेरे पास आये।


  4. तेरे ख़यालों में उबर के चले जाते हैं, और हम ये सोचकर रो जाते हैं।


  5. इश्क़ ने हमें मुर्दा बना दिया है, हर वक़्त दिल में ज़िंदा बना दिया है।


  6. ज़िंदगी उसी की होती है, जिसे इश्क़ होता है बेख़ुदी की तरह।


  7. तेरे इश्क़ के दीवाने हो गए हम, अब तो खुद को भी भुला दिया है।


  8. रूह में बस गई है वो, दिल में घर बना दिया है वो।


  9. वफ़ादारी ने जितने करीब ले जाते हैं, उतने ही दूर भी कर देते हैं।


  10. इश्क़ की राह में जो चलते हैं, वो अक्सर राहों में खो जाते हैं।


  11. इश्क़ की चादर ओढ़कर जो सो गये हम, वो ज़माना क्या जाने, वो जाग रहे हैं।


  12. ज़िंदगी की राहों में जो गुजर गए हम, वो अपने दिल के क़ाबिल हो गए हैं।


  13. इश्क़ वो खेल है जिसमें सब हार जाते हैं, पर जब खेलने वाला तेरी याद आता है, तो सब जीत जाते हैं।


  14. तेरे इश्क़ में हर साँस लबों पे बिखर गई, अब जब भी साँस लेता हूँ, दर्द याद आता है।


  15. दिल में छुपी बेचैनी को वो समझ ना सके, जो मेरी आँखों में चमकती हर रात है।


  16. तेरे इश्क़ की इंतेहा क्या कहूँ, दिल में बसी हर दास्ताँ तेरी है।


  17. चाहत की दुनिया में हम ख़ो गए हैं, अब तो अपनी ही दुनिया में जी रहे हैं।


  18. तेरी आदतों का नशा छाया है दिल में, तेरे बग़ैर रहने की आदत बन गई है।


  19. वफ़ा की मोहब्बत का अख़्तियार चाहिए, इश्क़ के लिए तो दिलों की ज़रूरत होती है।


  20. दिल की धड़कन में तेरा नाम बस गया है, अब तो यहाँ जिंदगी तेरे इश्क़ के साथ बितानी है।


  21. वो इश्क़ जो दिल को चुभता है, वो इश्क़ जो दिल को जलाता है।


  22. तेरे इश्क़ में ज़िंदगी का मकसद पाया है, अब तो मौत भी तेरे साथ आने की ख्वाहिश रखती है।


  23. ज़िंदगी तूफ़ान की तरह है, जिसे इश्क़ ने बहुत सुखदायी है।


  24. तेरी आँखों में जो ख़्वाब सजाए हैं, वो इश्क़ के दीवाने हर रोज़ जलाए हैं।


  25. तेरी गली में जो आकर बस गए हैं, वो इश्क़ के नशे में उबस गए हैं।


  26. जिसे दिल से चाहा है, उसे खो नहीं सकते, जिसे रूह से चाहा है, उसे भूल नहीं सकते।


  27. तेरे इश्क़ के ज़माने बहुत अज़ीज हैं, उनमें ख़ुद को भी तू खो बैठा है।


  28. दिल चाहता है तेरी बाहों में समाएं, रूह चाहती है तेरे संग उड़ जाएं।


  29. इश्क़ के ख़्वाब देखते हैं रात भर, सब कहते हैं हमें पागल देखते हैं।


  30. तेरी ख़्वाहिशों में खो गई है ज़िंदगी, अब तो सिर्फ तेरे सपनों में ही बस जाती है।


  31. इश्क़ में हमने ख़ुद को खो दिया है, तू तो सिर्फ हमारी रूह में बस गया है।


  32. तेरे बिना ज़िंदगी वीरान सी हो गई है, तेरे इश्क़ के आगे सब मायाने सी हो गई है।


  33. जब तू मेरे पास होती है, दुनिया साथी रंगीन हो जाती है।


  34. वो इश्क़ की राह जिनपर चले हम, वो राहें ख़ुद ही रंगीन हो गई हैं।


  35. जब तेरे इश्क़ का नशा छाया है दिल में, दर्द के रंग में भी ज़िंदगी रंगीन हो गई है।


  36. तेरे इश्क़ में ज़िंदगी को एहसास मिला है, अब हर साँस में ख़ुदा का ही नाम लिया है।


  37. जब तू मेरे साथ होती है, दरिया भी समंदर सा हो जाता है।


  38. तेरी बातों में जो ज़िंदगी बिताई है, वो लम्हे अब तक दिल में बसाए हैं।


  39. जब तू मेरे पास होती है, दुनिया ख़्वाबों की तरह धलती है।


  40. तेरे इश्क़ के दीवाने हैं हम, ज़िंदगी को तेरे साथ बिताने हैं हम।

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