TEHZIB HAFI SHAYARI

sajid malik
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जब से तुझ से मोहब्बत की है, 

तब से ज़िन्दगी नयी नयी लगती है।


उस नज़र से देखा नहीं करते हम, 

जो दिल में उतर जाये।


तुम इस कदर मेरे दिल में बस गए हो, 

की अब कोई और वहीँ मुकाम नहीं पाता।


उनके ख्वाब में आना हमें आदत सी हो गयी है, 

अब तो रात भर सोते नहीं हम।


उसे देख कर न जाने क्यों दिल खुश हो जाता है, 

उसके नज़दीक आने से ही ज़िन्दगी महकती है।


कोई दिल में तेरी जगह ले नहीं सकता, 

जब तक तू मेरे दिल से जान नहीं ले लेती।


जब तुम देखते हो मुझे, 

तो दुनिया बेख़बर हो जाती है।


हम तो उसके ख़ातिर जीते हैं, 

जिसे ख़ुश देखने की आदत हो गयी है।


अपनी तस्वीर मेरी आँखों से मत मिटाना, 

कहीं तुम भी मेरी तरह तुम्हारा दिल न खो बैठो।


तेरे ख़याल से दूर नहीं होता हमारा दिल, 

हम तो तेरे होने के इंतज़ार में ही जीते हैं।

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